Lok Sabha Election 2024: नवीन जिंदल की मां और देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने भी कांग्रेस ने भी छोड़ी पार्टी
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नेताओं का एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जाने का सिलसिला जारी है. हाल ही में कांग्रेस नेता नवीन जिंदल ने पार्टी छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी ने उन्हें हरियाणा के कुरूक्षेत्र से अपना उम्मीदवार भी बनाया है.
नई दिल्ली, Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नेताओं का एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जाने का सिलसिला जारी है. हाल ही में कांग्रेस नेता नवीन जिंदल ने पार्टी छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी ने उन्हें हरियाणा के कुरूक्षेत्र से अपना उम्मीदवार भी बनाया है. अब नवीन जिंदल की मां और देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने भी कांग्रेस छोड़ दी है. इसकी जानकारी उन्होंने बुधवार देर शाम सोशल मीडिया पर दी.
मैंने विधायक के रूप में 10 साल हिसार की जनता का प्रतिनिधित्व किया और मंत्री के रूप में हरियाणा प्रदेश की निस्वार्थ सेवा की है।
हिसार की जनता ही मेरा परिवार है और मैं अपने परिवार की सलाह पर आज कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं । कांग्रेस नेतृत्व के समर्थन…
— Savitri Jindal (@SavitriJindal) March 27, 2024
दो लाख करोड़ से ज्यादा नेटवर्थ है सावित्री जिंदल का
भारत की सबसे अमीर महिलाओं की लिस्ट में सावित्री जिंदल का नाम सबसे ऊपर है। उनकी उम्र 84 साल है और वे जिंदल समूह का विशाल कारोबार संभालती हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार 28 मार्च 2024 तक सावित्री जिंदल की कुल संपत्ति 29.6 अरब डॉलर है। भारतीय मुद्रा में यह करीब 2.47 लाख करोड़ रुपये है। वैश्विक स्तर पर दुनिया के अरबपतियों की सूची में सावित्री जिंदल 56वें स्थान पर हैं।
सावित्री जिंदल का राजनीतिक करियर
ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल ने 10 वर्षों तक हिसार निर्वाचन क्षेत्र से विधायक और हरियाणा सरकार में मंत्री रही हैं। साल 2005 में एक विमान दुर्घटना में उनके पति और जिंदल समूह के संस्थापक ओपी जिंदल की मृत्यु के बाद जिंदल को हिसार निर्वाचन क्षेत्र से हरियाणा विधानसभा के लिए चुना गया था। वह 2009 में हिसार से फिर चुनाव जीतीं। अक्टूबर 2013 में उन्हें हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया। साल 2006 में शहरी स्थानीय निकाय और आवास राज्य मंत्री के रूप में उन्होंने काम किया। हालांकि 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में सावित्री जिंदल हिसार से हार का सामना करना पड़ा। अब उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया है।